03-02-19

03-02-19 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 17-04-84 मधुबन पद्मापद्म भाग्यशाली की निशानी आज भाग्य विधाता बाप सभी भाग्यवान बच्चों को देख रहे हैं। हर एक ब्राह्मण आत्मा भाग्यवान आत्मा है। ब्राह्मण बनना अर्थात् भाग्यवान बनना। भगवान का बनना अर्थात् भाग्यवान बनना। भाग्यवान तो सभी हैं लेकिन बाप के बनने के बाद बाप द्वारा जो भिन्न-भिन्न … Continue reading 03-02-19